tag:blogger.com,1999:blog-11918955.post113483872386179444..comments2023-08-07T16:24:44.525-04:00Comments on आओ कि कोई ख़्वाब बुनें ......: आशंकाअनूप भार्गवhttp://www.blogger.com/profile/02237716951833306789noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-11918955.post-1135101433235139502005-12-20T12:57:00.000-05:002005-12-20T12:57:00.000-05:00गीले कपड़े पहन के भाग जायेंगे पूरब की ओर । सूख जाय...गीले कपड़े पहन के भाग जायेंगे पूरब की ओर । सूख जायेंगे कपड़े हवा में।अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-11918955.post-1134965030552948962005-12-18T23:03:00.000-05:002005-12-18T23:03:00.000-05:00जब तक ये डर है, विश्वास भी कायम रहेगा. बहुत अच्छा ...जब तक ये डर है, विश्वास भी कायम रहेगा. बहुत अच्छा लिखा, आपने.<BR/><BR/>एक किरण की भी आशा<BR/>अँधेरे में देती है<BR/>बल !<BR/><BR/>फुरसतिया जी, क्या करेंगे जब सारे कपडे ही किसी दिन गीले पड जायेंPratyakshahttps://www.blogger.com/profile/10828701891865287201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-11918955.post-1134894409388178602005-12-18T03:26:00.000-05:002005-12-18T03:26:00.000-05:00आदर्श-छोटे हो चुके कपड़ों की मानिन्दजो,कभी-कभी पहन...आदर्श-<BR/>छोटे हो चुके कपड़ों की मानिन्द<BR/>जो,कभी-कभी पहन लिये जाते हैं<BR/>दूसरे कपड़े गीले होने पर।<BR/><BR/><BR/><B>फैशन के दौर में गारंटी की अपेक्षा न रखें।</B>अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.com