बहुत ही सुन्दर और कोमल अभिव्यक्ति है!
achha hai anoop ji, achha sochte hai aap! do hi sher hai, lekin inme se har sher sawa ser hai.
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न तो साहित्य का बड़ा ज्ञाता हूँ,न ही कविता कीभाषा को जानता हूँ,लेकिन फ़िर भी मैं कवि हूँ,क्यों कि ज़िन्दगी के चन्दभोगे हुए तथ्योंऔर सुखद अनुभूतियों को,बिना तोड़े मरोड़े,ज्यों कि त्योंकह देना भर जानता हूं ।
2 comments:
बहुत ही सुन्दर और कोमल अभिव्यक्ति है!
achha hai anoop ji, achha sochte hai aap! do hi sher hai, lekin inme se har sher sawa ser hai.
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