11/19/2005

एक शेर देखिये

आसमां मे खलबली है, सब यही पूछा किये
कौन फ़िरता है ज़मीं पर, चाँद सा चेहरा लिये

2 comments:

Yunus Khan said...

वाह क्‍या बात है

Neeraj said...

Anoop Bhai, Bahut Sunder.

-- Neeraj